प्रेम मुदित मन करता स्वागत, प्रिय बसंत ऋतु आयी। प्रेम मुदित मन करता स्वागत, प्रिय बसंत ऋतु आयी।
वासंती छटा चहुँ ओर है छाई देखो, देखो, ऋतु बसंत है आई.... वासंती छटा चहुँ ओर है छाई देखो, देखो, ऋतु बसंत है आई....
स्नेह के रंग से भर दो दुनिया सारी, देखो होली आई, होली आई। स्नेह के रंग से भर दो दुनिया सारी, देखो होली आई, होली आई।
फूल महके महक बिखेरे, बसंत का आभास दिलाए। फूल महके महक बिखेरे, बसंत का आभास दिलाए।
मयूरा मन नाच उठा तन प्रसन्न हो कर। मयूरा मन नाच उठा तन प्रसन्न हो कर।
तुम्हरा आना केनवास के चित्र जैसा खूब रंगीन! तुम्हरा आना केनवास के चित्र जैसा खूब रंगीन!